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Showing posts from September, 2022

हे री मैं तो प्रेम-दिवानी मेरो दरद न जाणै कोय।

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  हे री मैं तो प्रेम-दिवानी मेरो दरद न जाणै कोय। दरद की मारी बन बन डोलूं बैद मिल्यो नही कोई॥ ना मैं जानू आरती वन्दन, ना पूजा की रीत। लिए री मैंने दो नैनो के दीपक लिए संजोये॥ घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय। जौहरि की गति जौहरी जाणै की जिन जौहर होय॥ सूली ऊपर सेज हमारी, सोवण किस बिध होय। गगन मंडल पर सेज पिया की, मिलणा किस बिध होय॥ दरद की मारी बन-बन डोलूं बैद मिल्या नहिं कोय। मीरा की प्रभु पीर मिटेगी जद बैद सांवरिया होय॥ कविमीरा बाई श्रेणीकृष्ण भजन

याद पिया की आये याद पिया की आये हाय राम

  याद पिया की आये हाय राम याद पिया की आये याद पिया की आये हाय राम याद पिया की आये ये दुःख सहा ना जाये हाय ये दुःख सहा ना जाये हाय राम हाय राम याद पिया की आये हाय राम याद पिया की आये बैरी कोयलिया कूक सुनाये मुझ बिरहं का जियरा जलाये बैरी कोयलिया कूक सुनाये मुझ बिरहं का जियरा जलाये ये दुःख सहा ना जाये ये दुःख सहा ना जाये हाय राम हाय राम याद पिया की आये याद पिया की आये हाय राम बाली उमरिया सूनी रे सजरिया बाली उमरिया सूनी रे सजरिया जोबन बीता जाए हाय जोबन बीता जाए हाय राम हाय राम याद पिया की आये हाय पिया हाय पिया पिया पिया पिया पिया

सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए

 सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए मै मानती रही सइयां रूठ गए मै मानती रही जी सइयां रूठ गए शाम अजने लगे मैं बुलत इराही मैं बुलत इराही सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए मै मानती रही जी सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए मेरे सूने मधुबन में बहार आ गयी मेरे नैना में असुवन की धार आ गयी अम्बुआ की दरी पे वो अम्बुआ की दरी पे वो अम्बुआ की दरी पे वो बैरी कोयलिया गा गा के मुझे रुळात िरहि सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए मै मानती रही जी सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए शाम जाने लगे शाम जाने लगे मई बुलाती रही सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए मै मानती रही जी सइयां रूठ गए सइयां रूठ गए.  

कैसा रेल बनाया बनाने वाला

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बाहर ढुड़न जा मत सजनी

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पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला

  हो~~~ गाड़ी वाला रे हो~~~ पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला पता देजा लेजा गाड़ीवाला रे तोर गांव के तोर काम के तोर नाम के पता देजा पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला का तोर गांव के पार दिवाना डाकखाना के पता का नाम का थाना कछेरी के तोरे पारा मोहल्ला जघा का को तोरे राज उत्ती बुड़ती रेलवाही का हवे सड़किया पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला मया नि चिन्हे रे देशी बिदेशी मया के मोल ना तोल जात बिजात ना जाने रे मया मया मयारू के बोल काया माया सब नाच नचाये मया के एक नजरिया पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला जियत जागत रईबे रे बैरी भेजबे कभुले चिठिया बिना बोले भेद खोले रोये जाने अजाने पिरितिया बिन बरसे उमड़े घुमड़े जीव मया के बैरी बदरिया पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला Advertisements REPORT THIS AD पता देजा लेजा गाड़ीवाला रे तोर गांव के तोर काम के तोर नाम के पता देजा हो~~~ गाड़ी वाला रे हो~~~ गाड़ी वाला रे हो~~~ गाड़ी वाला रे  

चदरिया झीनी रे झीनी,

 कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये, ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे जग रोये । चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी, चदरिया झीनी रे झीनी । अष्ट कमल का चरखा बनाया, पांच तत्व की पूनी, नौ दस मास बुनन को लागे, मूरख मैली किनी, चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी । जब मोरी चादर बन घर आई, रंगरेज को दिनी, ऐसा रंग रंगा रंगरे ने, के लालो लाल कर दिनी, चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी । चादर ओढ़ शंका मत करियो, ये दो दिन तुमको दिनी, मूरख लोग भेद नहीं जाने, दिन दिन मैली किनी, चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी । ध्रुव प्रहलाद सुदामा ने ओढ़ी, शुकदेव ने निर्मल किनी, दास कबीर ने ऐसी ओढ़ी, ज्यो की त्यों धर दिनी, चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी । चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी, चदरिया झीनी रे झीनी ।

होंशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा

  सब जग सुता नींद भरी  मोहे ना आवे नींद  काल खड़ा है बारने ज्यो तोरण आया बींद कबीर गाफिल क्या फिरे क्यों सोया घनघोर तेरे सिराने जम खड़ा ज्यो अंधियारे चोर  आस पास जोधा खड़े सबे बजावे गाल मंज महल से ले चला ऐसा अपर बल काल  काल खड़ा सिर उपरे जागो बिराने जीव ज्याका घर है गेल में तू क्यों सोवे चीर होंशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा जाग्रत रहना रे  नगर में चोर आवेगा चोर आवेगा नगर में एक दिन काल आवेगा तीर तोप तलवार ना बरछी चलाएगा आवत जावत कहू ना दिखे घर में राड़  मचावेगा होंशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा जाग्रत रहना रे  नगर में चोर आवेगा चोर आवेगा नगर में रे एक दिन काल आवेगा ना गढ़ तोड़े ना गढ़ फोड़े ना कोई रूप दिखावेगा इस नगरी से कोई काम नहीं है तुझे पकड़ ले जावेगा होंशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा जाग्रत रहना रे  नगर में चोर आवेगा चोर आवेगा नगर में रे एक दिन काल आवेगा भाई बंधू कोई काम नहीं आएगा ढूंढे पता मिले नहीं तेरा खोजी खोज नहीं पायेगा होंशियार रहना रे नगर में चोर आवेगा जाग्रत रहना रे  नगर में चोर आवेगा चोर आवेगा नगर में रे एक दिन काल आवेगा धन दोल...

हेरी सखी मंगल गाओ री,

 हेरी सखी मंगल गाओ री, धरती अम्बर सजाओ री, उतरेगी आज मेरे पिया की सवारी, हेरी कोई काजल लाओ री । मोहे काला टीका लगाओ री, उनकी छब से दिखूं में तो प्यारी, लक्ष्मी जी वारो, नजर उतारो, आज मेरे पिया घर आवेंगे । रंगो से रंग मिले, नए – नए ढंग खिले, खुशी आज द्वारे मेरे डाले है डेरा, पीहू पीहू पपीहा रटे । कुहू कुहू कोयल जपे, आँगन-आँगन है परियो ने घेरा, अनहद नाद बजाओ रे सब – मिल, आज मेरे पिया घर आवेंगे । चोख पुरावो, माटी रंगावो, आज मेरे पिया घर आवेंगे । खबर सुनाऊ जो, खुशी ये बताऊँ जो, आज मेरे पिया घर आवेंगे ।

कौन ठगवा नगरिया लूटल हो ।।

  कौन ठगवा नगरिया लूटल हो ।। चंदन काठ के बनल खटोला ता पर दुलहिन सूतल हो। उठो सखी री माँग संवारो दुलहा मो से रूठल हो। आये जम राजा पलंग चढ़ि बैठा नैनन अंसुवा टूटल हो चार जाने मिल खाट उठाइन चहुँ दिसि धूं धूं उठल हो कहत कबीर सुनो भाई साधो जग से नाता छूटल हो

Din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya

 Din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya raat ke ghara chale ahiyo hamar piya raat ke ghara chale ahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya Aaj ki ratiya jo ghara na ahiyo aaj ki ratiya jo ghara na ahiyo aaj ki ratiya jo ghara na ahiyo bhor bhaye pachhthiyo hamar piya bhor bhaye pachhthiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya raat ke ghara chale ahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya Yaad jo ahiyo humri preetiya yaad jo ahiyo humri preetiya yaad jo ahiyo humri preetiya chhup chhup neer bahiyo hamar piya chhup chhup neer bahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya raat ke ghara chale ahiyo hamar piya din bhar chahe jaha rahiyo hamar piya Jab hum karbe sorah singarwa jab hum karbe sorah singarwa jab hum karbe sorah singarwa tu darpan ban jahiyo ha...

रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे,

  रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे, रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे । जौन टिकसवा से बलम मोरे जैहें, रे सजना मोरे जैहें, पानी बरसे टिकस गल जाए रे, रेलिया बैरन ।। जौने सहरिया को बलमा मोरे जैहें, रे सजना मोरे जैहें, आगी लागै सहर जल जाए रे, रेलिया बैरन ।। जौन सहबवा के सैंया मोरे नौकर, रे बलमा मोरे नौकर, गोली दागै घायल कर जाए रे, रेलिया बैरन ।। जौन सवतिया पे बलमा मोरे रीझे, रे सजना मोरे रीझें, खाए धतूरा सवत बौराए रे, रेलिया बैरन ।।

मन re तू काहे न धीर धरे

  मन रे तू काहे ना धीर धरे वो निर्मोही मोह ना जाने, जिनका मोह करे मन रे ... इस जीवन की चढ़ती ढलती धूप को किसने बांधा रंग पे किसने पहरे डाले रुप को किसने बांधा काहे ये जतन करे मन रे ... उतना ही उपकार समझ कोई जितना साथ निभा दे जनम मरण का मेल है सपना ये सपना बिसरा दे कोई न संग मरे मन रे ...