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सैया रूठ गये सैया रूठ गये

 सैया रूठ गये सैया रूठ गये में मनाती रही सैया रूठ गये में मनाती रही जी सैया रूठ गये शाम जाने लगे में बुलाती रही में बुलाती रही सैया रूठ गये सैया रूठ गये में मनाती रही सैया रूठ गये मेरे सुने मधुबन मे बाहर आ गयी मेरे नैना मे असुवान की धार आ गयी अंबुआ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ अंबुआ की डारी पे वो अंबुआ की डारी पे अंबुआ की डारी पे बैरी कोयलिया गा गा के मुझे रूलाती रही सैया रूठ गये सैया रूठ गये में मनाती रही सैया रूठ गये सैया रूठ गये शाम जाने लगे शाम जाने लगे में बुलाती रही रूठ गये सैया रूठ गये सैया रूठ गये सैया रूठ गये में मनाती रही सैया रूठ गये सैया रूठ गये

मोर सैया तो हैं परदेश में क्या करूँ सावन को

 सावन आया रिम झिम सवारे आये बादल करे करे मतवारे प्यार प्यारे मोर अंगना झूम के गिर गिर आयी उड़ी उड़ी देखो मस्त घटाये फर फर आज उड़ाए आचल मोरा सर्द हवाए दारी दारी पे भावरा घूम के आये कलियों के मुखड़े चूम के जिया मोरा जलाये हाये रे प्यारी प्यारी रूट सवरें मोर सैया तो हैं परदेश में क्या करूँ सावन को मोर सैया तो हैं परदेश में क्या करूँ सावन को सुना लगे सजन बिन देश सुना लगे सजन बिन देश में धुधु सजन को मोर सैया तो हैं परदेश में क्या करूँ सावन को मोर सैया तो हैं परदेश देखु रहे चड के अत्रिय जाने कब आ जवे सवरिया देखु रहे चड के अत्रिय जाने कब आ जवे सवरिया जब से गये मोरी ली ना खबरिया छूटा पंघाट फ़ुटी गगरिया सुना लगे सजन बिन देश सुना लगे सजन बिन देश में धुडू सजन को मोर सैया तो हैं परदेश में क्या करूँ सावन को मोर सैया तो हैं परदेश सावन आया रिम झिम सवारे आये बादल करे करे मतवारे प्यार प्यारे मोर अंगना झूम के गिर गिर आयी उड़ी उड़ी देखो मस्त घटायेफर फर आज उड़ाए आचल मोरा सर्द हवाए दारी दारी पे भावरा घूम के आये कलियों के मुखड़े चूम के जिया मोरा जलाये हाये रे प्यारी प्यारी रूट सवरें क्यू पहनु मैं पग मे ...