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Showing posts from October, 2023

तोर नाम अमर कर लेना भाई क्या राखे हे तन मा

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हंसा कहा से आया रे वहा का भेद बता मेरे भाई

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काहे बकरियाँ मारी पंडित

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सतगुरु को मनाओ

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सत्संग की नदी बहि जाय

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पायो जी मैंने राम रतन धन पायो

आ आ आ आ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो जी मैंने वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु कृपा कर अपनायो पायो जी मैंने कृपा कर अपनायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो आ आ आ आ आ रे रे म ग ग ग रे नि रे ग म प ध प ग ग म प नि सा ग म ग ग रे म ग रे सा जन्म जन्म की पूंजी पाई जन्म जन्म की पूंजी पाई जग में सबी खुमायो पायो जी मैंने जग में सबी खुमायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो आ आ आ आ आ खर्च ना खूटे चोर ना लूटे खर्च ना खूटे चोर ना लूटे दिन दिन बढ़त सवायो पायो जी मैंने दिन दिन बढ़त सवायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो धिमता धेरेना धिमता धेरेना धेरेरेरेरेना धेरेरेना धेरे सत की नाव खेवटिया सतगुरु सत की नाव खेवटिया सतगुरु भवसागर तऱयायो पायो जी मैंने भवसागर तऱयायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो आ आ आ आ आ मीरा के प्रभु गिरिधर नागर मीरा के प्रभु गिरिधर नागर हर्क हर्क जस गायो पायो जी मैंने हर्क हर्क जस गायो पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पायो ...

नैना थक गए राह निहारूं,

 नैना थक गए राह निहारूं, कन्हैया अब देर ना करो | कन्हैया अब देर ना करो, कन्हैया अब देर ना करो | नैना थक गए राह निहारूँ, कन्हैया अब देर ना करो || एक ही कान्हा तेरा सहारा, दूजा ना कोई जग में हमारा | एक ही कान्हा तेरा सहारा, दूजा ना कोई जग में हमारा | कर ली हमने तुझसे ही यारी, कन्हैया अब देर ना करो, नैना थक गए राह निहारूँ, कन्हैया अब देर ना करो।। हरदम पूजूँ नित मैं ध्याऊँ, सबसे पहले श्याम मनाऊँ | हरदम पूजूँ नित मैं ध्याऊँ, सबसे पहले श्याम मनाऊँ | सुनलो मेरे मन की कहानी, कन्हैया अब देर ना करो, नैना थक गए राह निहारूँ, कन्हैया अब देर ना करो || मेरे कन्हैया श्याम मुरारी, नाथ मेरे प्रभु तुम उपकारी, मेरे कन्हैया श्याम मुरारी, नाथ मेरे प्रभु तुम उपकारी | खुद को कर दिया तेरे हवाले, कन्हैया अब देर ना करो, नैना थक गए राह निहारूँ, कन्हैया अब देर ना करो || इस भवजल का तू ही किनारा, जो भी मनाए उसको उबारा, इस भवजल का तू ही किनारा, जो भी मनाए उसको उबारा | ठाकुर चरणों में भगवत गाए, कन्हैया अब देर ना करो, नैना थक गए राह निहारूँ, कन्हैया अब देर ना करो || नैना थक गए राह निहारूं, कन्हैया अब देर ना करो | क...

दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी,

 दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । मन मंदिर की जोत जगा दो, घट घट वासी रे ॥ मंदिर मंदिर मूरत तेरी, फिर भी न दीखे सूरत तेरी । युग बीते ना आई मिलन की, पूरनमासी रे ॥ दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । द्वार दया का जब तू खोले, पंचम सुर में गूंगा बोले । अंधा देखे लंगड़ा चलकर, पँहुचे काशी रे ॥ दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । पानी पी कर प्यास बुझाऊँ, नैनन को कैसे समझाऊं । आँख मिचौली छोड़ो अब तो, मन के वासी रे ॥ दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । निबर्ल के बल धन निधर्न के, तुम रखवाले भक्त जनों के । तेरे भजन में सब सुख़ पाऊं, मिटे उदासी रे ॥ दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । नाम जपे पर तुझे ना जाने, उनको भी तू अपना माने । तेरी दया का अंत नहीं है, हे दुःख नाशी रे ॥ दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । आज फैसला तेरे द्वार पर, मेरी जीत है तेरी हार पर । हर जीत है तेरी मैं तो, चरण उपासी रे ॥ दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे । द्वार खडा कब से मतवाला, मांगे तुम से हार तुम्हारी । नरसी की ये बिनती सुनलो, भक्त विलास...

सो मोरे मन कब भजिहो सतनाम । टेक

 सो मोरे मन कब भजिहो सतनाम । टेक बालापन सब खेल गमायो, ज्वानी में व्यापो काम । वृद्ध भये तन काँपन लागे, लटकन लागो चाम । १ लाठी टेकि चलत मारग में, सह्योजात नहिं घाम । कानन बहिर नयन नहिं सूझे, दाँत भये बेकाम । २ घर की नारि विमुख होय बैठी, पुत्र करत बदनाम । बरबरात है बिरथा बूढ़ा, अटपट आठो जाम । ३ खटिया से भुइँ पर कर दैहैं, छुटि जैहैं धनधाम । कहैं कबीर काह तब करिहो, परिहैं यम से काम । ४

भँवरवा के तोहरा संघे जाइ ,

  भँवरवा के तोहरा संघे जाइ , भँवरवा के तोहरा संघे जाइ। के तोहरा संग जाइ   (लिरिक्स) भँवरवा के तोहरा संघ जाइ , भँवरवा के तोहरा संघ जाइ। आवे के बेरिया सब केहु जाने , दुआरा पे बाजेला बधाई, बधाई दुआरा पे बाजेला बधाई आवे के बेरिया सब केहु जानेला , दुआरा पे बाजेला बधाई, बधाई  दुआरा पे बाजेला बधाई जाए के बेरिया केहू ना जाने ,जाए के बेरिया केहू ना जाने 2 अकेले चली  जाइ। भँवरवा के तोहरा संघ जाइ ,भँवरवा के तोहरा संघ जाइ।n  के तोहरा संग जाइ। भँवरवा के तोहरा संघ जाइ ,भँवरवा के तोहरा संघ जाइ। डेहरी पकड़ के मेहरी रोए ,बाँह पकड़ के भाई भाई बाँह पकड़ के भाई। डेहरी पकड़ के मेहरी रोए ,बाँह पकड़ के भाई भाई बाँह पकड़ के भाई। बीच अंगनावा माता जी रोवे ,बीच अंगनावा माता जी रोवे बबुआ के होखेला बिदाई। भँवरवा के तोहरा संघ जाइ ,भँवरवा के तोहरा  संघ  जाइ। के तोहरा संघ जाइ। भँवरवा के तोहरा संघ जाइ , भँवरवा के तोहरा संघ जाई कहत कबीर सुनो भाई साधो ,सतगुरु सरण में जाइ जाई  सतगुरु सरण में जाइ कहत कबीर सुनो भाई साधो ,सतगुरु सरण में जाइ जाई  सतगुरु सरण में जाइ ज...

झूलनी का रंग सांचा,

झूलनी का रंग सांचा, हमार पिया | झुलनी में गोरी जगा, हमर जिया || अंतरा –  कौन सोनरवा बनायो रे झुलानिया, रंग पड़े नही कांचा, हमार पिया || झूलनी का रंग सांचा, हमार पिया ||  सुघर सोनरवा बनायो रे झुलनियाँ, दे अगिनी का आंचा, हमर पिया | झूलनी का रंग सांचा हमार पिया || छिति, जल, पावक, गगन समीरा, तत्व मिलाय दियो पांचो, हमर पिया | झूलनी का रंग सांचा, हमार पिया || पञ्च रतन से बनी रे झुलनियाँ, जोई पहिरा सोई नाचा, हमर पिया | झूलनी का रंग सांचा, हमार पिया || जतन से रखियो गोरी रे झुलनियाँ, गूंजे चहुँ दिसी नाचा, हमर पिया | झूलनी का रंग सांचा, हमार पिया || टूटी झुलानिया बहुरि नाही बनिहे, फिर न मिले ऐसा ढाँचा, सांच हमर पिया | झूलनी का रंग सांचा, हमार पिया ||

हमरो पुछइया भईया~ कोनों नई-ए गा~आ~

  हमरो पुछइया भईया~ कोनों नई-ए गा~आ~ हमरो देखइया भईया, कोनों नई-ए गा हमरो पुछइया भईया, कोनों नई-ए गा हमरो देखइया भईया, कोनों नई-ए गा गोरी नई-ए, कारी नई-ए टुरिल हे, मोटियारी नई-ए जिनगी के संगवारी नई-ए सुघर कस सुवारी नई-ए गोरी नई-ए, कारी नई-ए टुरिल हे, मोटियारी नई-ए जिनगी के संगवारी नई-ए सुघर कस सुवारी नई-ए रांध के देवइया भईया~ कोनों नई-ए गा~आ~ हमरो पुछइया भईया, कोनों नई-ए गा रांध के देवइया भईया, कोनों नई-ए गा~आ~ हमरो पुछइया भईया, कोनों नई-ए गा असकटा डारिसे निचट, होटल के खवाई होटल के खवाई असकटा डारिसे निचट, होटल के खवाई होटल के खवाई मन बिमरहा खोजत हाबय, घर बइठे दवाई घर बइठे दवाई मन बिमरहा खोजत हाबय, घर बइठे दवाई घर बइठे दवाई पारा-भर ल गड़त हे मोर, आधा रात अवाई आधा रात अवाई पारा-भर ल गड़त हे मोर, आधा रात अवाई आधा रात अवाई चुगरी नई-ए, चारी नई-ए गिल्ला नई-ए, गारी नई-ए बाबु के किलकारी नई-ए नोनी के महतारी नई-ए चुगरी नई-ए, चारी नई-ए गिल्ला नई-ए, गारी नई-ए बाबु के किलकारी नई-ए नोनी के महतारी नई-ए रात-दिन लड़ईया भईया~ कोनों नई-ए गा~आ~ हमरो पुछइया भईया, कोनों नई-ए गा रात-दिन लड़ईया भईया, कोनो...