अवधू बेगम देश हमारा

 अवधू बेगम देश हमारा

अवधू बेगम देश हमारा ।।

राजा रंक फकीर बादशाह,

सबसे कहूँ पुकारा ||टेक||

जो तुम चाहत अहो परमपद,

बसिहो देश हमारा ।

जो तुम आये झीने होके,

तजौ मनी को भारा ||१||

ऐसी रहनी रहो रे गोरख,

सहज उतरि जाव पारा ।

सत का नाम है महताबे,

साहिब के दरबारा ।।२।।


बचना चाहो कठिन काल से,

गहो नाम टकसारा

कहै कबीर सुनो हो गोरख,

सत्यनाम है सारा ॥३॥

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